Wednesday, April 24

ऐतबार


खुशियों की इबादत जो कर न सके 
उन तिफ़्ल-ए-अश्क का ऐतबार कैसे करें 
रंजीदा पलकों पर जो थम न सके 
उन सेल-ए-नज़र का ऐतबार कैसे करें 

इज़हार-ए-एहसास जो कर न सकी 
उस नज़-ए-उल्फत का ऐतबार कैसे करें
कसक-ए-तन्हा-रूह जो बयाँ कर न सकी 
उस नफ़्स-ए-आख़िर का ऐतबार कैसे करें

धड़क धड़क भी जो इबादत कर न सका 
उस दिल-ए-कस्ता का ऐतबार कैसे करें
लख़्त लख़्त हो कर भी जो उन्हें रंग न सका 
उस कल्ब-ए-मुज़्तर का ऐतबार कैसे करें

ज़हन में बस कर भी जो हमारे न हो सके  
उन हवास-ए-रफ़्ता का ऐतबार कैसे करें 
नावेद-ए-अज़ल सुन जो साथ निभा न सके 
उन हवास-ए-रफ़्ता का ऐतबार कैसे करें 



रंजीदा = Sad
तिफ़्ल-ए-अश्क = Child-like Tears 
सेल-ए-नज़र = Flood from one's Eyes (Tears)
नज़-ए-उल्फत = Last Breath of Love
नफ़्स-ए-आख़िर = Last Breath of Life
दिल-ए-कस्ता = Impatient Heart
कल्ब-ए-मुज़्तर = Restless Heart
नावेद-ए-अज़ल = Death's Call
हवास-ए-रफ़्ता = Lost Senses

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