Wednesday, June 19

इबादत


तनहाइयों का दामन थामें 
पल पल याद उन्हें किया करते हैं
सरसराती नम हवा के झोंके 
करीब होने का एहसास दिया करते हैं  

महक उनकी लिए आगोश में 
हौले हौले सांसें लिया करते हैं
निगाहों में लिए अक्स उनका  
हिजाब-ए-हया से झाँक लिया करते हैं 

उनसे जुदाई का है इल्म हमें 
फिर भी मोहब्बत किया करते हैं
पलकों पर थमें अश्क़-ए-जुदाई 
न जाने की इल्तेज़ा किया करते हैं 

कज़ा में नहीं है साथ उनका 
पर यादों में इबादत किया करते हैं
ता उम्र रहेंगे वो ही हमसफ़र हमारे 
ख़्वाबों में वो अक्सर हाथ थाम लिया करते हैं  




अक्स - Reflection
हिजाब-ए-हया - Veil of shyness
अश्क़-ए-जुदाई - Tears of Parting
क़ज़ा - Destiny
इबादत - Prayer





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