Saturday, December 19

नम पलकों से मुस्कुराते हैं हम...



नम पलकों से मुस्कुराते हैं हम...
लम्हा लम्हा दिल को बहलाते हैं हम...
आप दूर हैं हमसे तो क्या हुआ...
पल पल अपने धड़कते दिल में आपकी आहट पाते हैं हम...


झुकी हुई पलकों में ख़्वाब सजाते हैं हम...
राह तकती निगाहों को समझाते हैं हम...
आप दूर हैं हमसे तो क्या हुआ...
ख्वाबों के आगोश में आपको हमेशा पाते हैं हम....


सहमी हुई इन निगाहों से कुछ कहना चाहते हैं हम....
अपने अरमानों की उड़ान को थामना चाहते हैं हम...
आप दूर हैं हमसे तो क्या हुआ...
आपके एहसास को हमेशा अपने करीब पाते हैं हम...