Monday, July 25

प्रकृति के रंग


गुज़रती सर्द हवाओं की सरसराहट
गरजते बादलों की गड़गड़ाहट 
बारिश से होती मौसम की हलचल  
नदियों में गुज़रते पानी की कल कल 
पेड़ों पर बैठी चिड़ियों की चहचहाहट 
प्रकृति के रंगों में डूबी हर आहट 


ख़ूबसूरत फूलों से सजे बागान 
फसल से हरे भरे खेत खलिहान 
समंदर की लहरों का सुरीला शोर 
चांदनी रातों में तारों की शीतल डोर 
पत्तों पर पड़ी ओंस की बूंदों की आन  
प्रकृति के रंगों में डूबी मनुष्य ही शान 



पर्वतों की ऊंची बर्फ़ीली चोटियाँ 
झाड़ियों से आती झींगुरों की सीटियां 
बोल उठता है प्रकृति का हर रूप 
प्रकृति में ढलता मानव का स्वरुप 
लहकती डगर से गुज़री पेड़ों की डालियाँ 
प्रकृति के रंगों से सराबोर खूबसूरत गलियां