Friday, March 1

तुम...



चश्म-ए-तर में हैं रू तुम्हारी
पलकों पर है अक्स तुम्हारा

दिल में बसी है हर नफ़स तुम्हारी 
सुर्ख नम लबों पर है नाम तुम्हारा

ज़हन में बसती है खुशबू तुम्हारी
बेकस आगोश में है साया तुम्हारा

रोज़ होते हैं रूबरू रूह से तुम्हारी
ख़्वाबों में है आशियाँ तुम्हारा

महसूस होती है तपिश तुम्हारी
ख्यालों में हैं हर ज़र्रा तुम्हारा 

तन्हाइयों की आहटों में है तर्ज़ तुम्हारी 
आईने में भी झलकता है अक्स तुम्हारा 

दुआ में उठे हाथों में हैं लकीरें तुम्हारी 
अज़ान-ए-इश्क ही है नाम तुम्हारा 



चश्म-ए-तर = Teary Eyes
रू = Face
नफ़स = Breath
बेकस = Lonely
तपिश = Heat
ज़र्रा = Particle
तर्ज़ = Rhythm
अज़ान-ए-इश्क = Prayer of Love






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