Sunday, June 10

किस से पूछूँ ?



"किस से पूछूँ ?" ... यह किस से पूछूँ ?


टिप टिप बरसती इन बूंदों से पूछूँ...
सरसराती इन सर्द हवाओं से पूछूँ...
महकती हुई इस तर ज़मीन से पूछूँ...
के इस गरजती आब्रतारी से पूछूँ...


तू नहीं अब आस पास, तू नहीं अब साथ साथ...
याद तेरी जब सताए, तू ही बता तब क्या करूँ...
हमराज़ नहीं इस दिल का कोई और तेरे सिवा...
हमराह नहीं इस डगर का मेरी जान तेरे सिवा...


भीड़ में पता तेरा अब क्या अपने मन से पूछूँ...?
हाल-ए-दिल तेरा अब क्या अपने दिल से पूछूँ...?
सबब-ए-मसरूफियत, क्या अब अपनी रूह से पूछूँ...?
सबब-ए-गुशुदगी, क्या अब अपनी इस राह से पूछूँ...?  


तू ही बता ए मेरे चाँद, के ये सवाल तुझसे से न पूछ, और किस से पूछूँ?
दिल में सुलगते ये सवाल, ...तुझसे नहीं, तो और किस से पूछूँ???





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