Saturday, January 12

क्रिकेट का फितूर


सर्दी की धुंध और सौंधी सी धूप का साया
नौजवानों में क्रिकेट का एक फितूर सा छाया 
सामने के खुले मैदान में कुछ हलचल सी हुई
सफाई कर, पिच बनाने की तैयार ज़ोरों से शुरू हुई

मैदान में चूने से गोलाकार दायरे बनाये गए 
औरतों को बुला पत्थर घास साफ़ कराये गए
गाड़े गए बम्बू और कनात तानना शुरू हुआ 
दर्शकों के लिए पंडाल, कुर्सियों का इंतज़ाम हुआ

ज़ोर शोर से तीन दिवसीय टूर्नामेंट शुरू हुआ
दस लोकल टीमों के खिलाड़ियों का स्वागत हुआ
दस टीमों से छट कर तीसरा दिन चार से शुरू हुआ
लोकल मैच में अंतर्राष्ट्रीय स्पर्धा का अनुभव सा हुआ

सुबह से शाम तक दर्शकों का जमावड़ा रहा
कमेन्ट्री के बीच गानों से भी मनोरंजन रहा
चीअरलीडर्स की कमी ज़रूर खलती रही
फिर भी दर्शकों में एक धूम सी मची रही

आते-जाते, बैठे दर्शकों ने मैच का आनंद लिया
कुछ ने घरों से वी.आई.पी बॉक्स का अनुभव लिया
खेल ख़त्म, जीतने वाली टीम का अभिषेक हुआ
टूर्नामेंट का आँखों देखा हाल अब यहीं समाप्त हुआ






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