Friday, November 2

करवा चौथ



अपने चाँद की एक झलक देखने की है ख्वाइश,
अपने चाँद को आगोश में लेने की है ख्वाइश,
बदली से झाँका था जो पिछले बरस,
के अपने मन संग हमागोश होने की है ख्वाइश...

अपने चाँद का अक्स आज छू पाने की है ख्वाइश,
अपने चाँद की रूह को महसूस करने की है ख्वाइश,
दो लफ्ज़ मोहब्बत के काश जहन में रस घोल दें,
के अपने मन की आवाज़ सुनने की है ख्वाइश...

अपने चाँद से आज रूबरू होने की है ख्वाइश,
अपने चाँद के हाथों तृप्त होने की है ख्वाइश,
गुजारिश है उस चाँद से जिसकी यादें संजोते रहे, 
के पूरी हो अपने मन को पाने की ये ख्वाइश...




अपने चाँद को तन्हां छोड़ न जाने की है ख्वाइश,
अपने चाँद का ताउम्र साथ निभाने की है ख्वाइश,
जीना न पड़े एक दूसरे के बिन कभी कहीं, 
के अपने मन संग फना होने की है ख्वाइश...






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